आज २७/२/२००८ को मैं सकुल के चक्र काट काट कर पेर्सन हो गया हू । अब लगता है की परंकुर को या तो जेब काटने वाले स्कूल मैं जगह मील सकती है या फीर चोरी डाकती चरस अफीम जो हमारी INDIA मैं खूब बीक्ता है का कारोबार मील सकता है । सकुल तो इक सपना ही हो गया है । आम आदमी के लीये सरकारी सकुल तो आप जानते है । केसे होते है । मैं परंकुर को जब तक बो कानूनी रूप से कही काम करने लायक नही हो जाता । सड़क पर आवारा गर्दी के लीये छोड़ना पसंद करुगा । पर जेब काटने वाले स्कूल मे टाइम बर्बाद करने नही दुगा । और न ही मेरे पास पैसा है । सरकार कोई काम ठीक से नही कर सकती तो जनता के बीच से हट क्यो नही जाती है । मुझि सरकार जगह दे तो मेरी पत्नी बी एड teacher है मैं सकुल तक आजे हम लोग सरकार को टैक्स न दे तो ये बेईमान नेता अपनी जेब कसे भरे इस लीये परंकुर को सकुल नही । जेब काटने वाले स्कूल मे टाइम बर्बाद करने नही दुगा।
Appeal अब for education help for a minor child admission in good school
New Delhi
Mr. Parhalad Kumar Aggarwal, who was born in tribal area of Lang village of Ambika Pur region of Madhya Pradesh now residing in Delhi, has always faced tough times in his life right from his childhood. Firstly his mother has been a mentally retarded person because of whom his educated father also became homeless as he could not manage his business and property and also could not pay enough attention towards his children. Mr. Parhalad Kumar Aggarwal some how grew up facing such hardship in his life and he could not get that education as a child which he deserved like other children but he walked on the way of social work as it has been seen generally that such child either go for some criminal way or become victim of some anti-social habits. But Mr. Parhalad Kumar Aggarwal kept himself miles away from all these things, rather Mr. Parhalad Kumar Aggarwal made an objective as " I have faced the hardship in my life and no body came in front to hold my hand and help me, I will always help at my level-best whoever will come to seek my help". Mr. Parhalad Kumar Aggarwal was also getting success in his this objective but some mean people tried to divert him from his way for their own political benefits. Still Mr. Parhalad Kumar Aggarwal kept going on his way of honesty and helping others steadily. Mr. Parhalad Kumar Aggarwal has also been attacked several times. His wife who is a religious and God-faithing lady always help and supported him in his good deed. In spite of all this, as Mr. Parhalad Kumar Aggarwal is financially weak, is unable to give his children that education which they deserve. He wants to give his children international-level education so that as he has been deprived of quality education in his childhood, his children may not be deprived off. But Mr. Parhalad Kumar Aggarwal's son (Prankur, aging 5 years resident of Delhi, India) is not getting admission to any convent school, the biggest reason of which is his poorness. Will you not help such social worker who always believes in god, who has always faced bad times in his life and has always help those who has come to seek his help? If you will help Mr. Parhalad Kumar Aggarwal to seek admission for his son (Prankur) in a good school, then Mr. Aggarwal who though is unable to give you something in return but will definitely pray to God for your happiness.
Please give this appeal a suitable place in your news paper.
Parhalad Kumar Aggarwal
B-58/149, Guru Nanak Pura, Laxmi Nagar, Delhi-110092
Contact No.- 00919911099737
E-mail: parhlad_aggarwal@yahoo.co.in
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मोमबत्ती पकड़े प्राकुंर
देल्ही
मधय पर्देश के अम्बीकापुर के लंग्गाँव के आदीवासी छेत्र मी पैदा हुए परह्लाद कुमार का जीवन बचपन से ही मुसीबतों से घीरा रहा पहले तो ब्चापेन्न से ही माँ मानसिक रोगी थी जीसके वीयोग मे सीक्सित पीता भी बेघर हो गए ।
ओर अपने संपती और कारोबार को संभाल नही सके और न ही अपने ब्चों की देख भाल कर पाए दोनो ब्च्हे किसे तरह दर दर की ठोकर खा कर बडे हो गए । परह्लाद कुमार ने समाज सेवा का रास्ता अपनाया जबकि इसे मामलो मी ज्यदटर बच्चे गुनाह का रास्ता ही अपनाते है । या फिर गलत रस्ते पेर चल पड़ते है । पर परह्लाद इन सब बातो से कोसो दूर है । जबकि परह्लाद कुमार ने उदेसय बनाया है जिस तरह मैं दर दर की ठोकर खाता रहा ओर मेरा कीसी ने हाथ नही थमा पर मैं जरूरत मंद लोगो की मदद करुगा । ओर उस के लिए फाउंडेशन फॉर कमान मन की स्थापना भी की । मज्दुरु को गिर रही इमारत से बचाने मी अपने जन पेर खेल कर निकला जो की न्यूज़ पेपर ओर टीवी चॅनल ने भी देख्या था । रेल मी भीख मग रहे ब्च्हू को गुंडों के चुगल से निकल क्र आश्रम मे दाखिल करवाया । दलीत ब्ची jis का बलात्कर हो गया था जस्टिस दीलाने मे मदद की । लापता ब्च्हू को पता लगाने मी सरकार पेर जोर लगाने मे भोतज्यदा धरना पेर्दार्सन किया । मजदुर लोगो को मजदूरी दिलाने की लडाई लड़ी । पर कुछ लोगो ने अपने राजनीती चमकने के लिए उनके रासते मी उडचन भी डाली । हमले भी करवाए। फीर भी परह्लाद कुमार अपने रस्ते से टस से मस नही हुआ । समाज सेवा मी उसका साथ देने वाले उसके साथी ओर दर्म पत्नी ने इस्वर की रह पेर चलने वाले परह्लाद कुमार का पुरा सहयोग दिया । किन्तु इन सब के बाबजूद परह्लाद कुमार अर्थिक रूप से पेरेसान है । ओर अपने बच्चो को भ शिक्षा नही दे पा रहा है जो देने चाहिऐ । बह चाहता है की उसके बच्चे भी विस्ब्स्त्रीय सीख ले ओर जो शिक्षा की कमी उस मे रही है । उस की ब्चोचो मी न रहे । पर्न्तो परह्लाद के बेटे परंकुर को कान्वेंट श्कूल दाखिला नही मिल रह है । जिस की सब से बडी बजह है उस की गरीबी । कया आप इसे समाज सेवी प्रभु के रस्ते पेर चलने वाले दर दर की ठोकर खा कर भी गरीबो की सेवा करनी वाले परह्लाद की सहायता नही करेगे । यदी आप परह्लाद के बेटे परंकुर को किसी अच्छे स्चूल मी शिक्षा दिलाने मी सहयोग करते है तो परह्लाद कुमार परभू से परथाना करगा की आपका जीवन परभू खुसेयो से भर दे । कुर्प्या इसे अपने समाचार पत्र मी जगह देने की कुर्पा केरे.
parhlad kumar aggarwal
b58/149 guru nanak pura laxmi nagar delhi 110092
phone 00919911099737
In another incident, some locals got minor injuries after an under construction three – storey building, namely Amit Furnitures collapsed in Laxmi Nagar area of East Delhi this afternoon.
The fire brigade sources said that the building situated adjacent to Maharaja Banquet Hall on Radhu Palace Road collapsed at about 12.30 pm.
http://www.tribuneindia.com/2006/20060831/delhi.htm#2About half a dozen fire tenders had been sent for rescue operations. There is no report of any casualty, however some vehicles parked near the building got damaged due to the collapse of the structure, sources added.
“Digging was going on in the basement of the structure. Huge quantities of building materials were stored in the first floor, resulting in the collapse of the building, they said.
A three-storeyed building collapsed near Laxmi Nagar in East Delhi on Wednesday. — Tribune photos by Mukesh Aggarwal
RACE SUICIDE APPEAL TO PRESEDENT OF INDIA
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